9041661207 ---? देश का दुश्मन कोन !
राजा अपनी प्रजा के द्वारा किये पापों को भोगता है |
उसका फर्ज है की पाप कर्म को बड़ने ना दे ||
इसी तरहा राजाके पाप को पुरोहित भोगता है |
पति अपनी पत्नी के द्वारा किये पापको और गुरु अपने
शिष्य के द्वारा किये पाप कर्म को भोगता है ||
इन सभी का सनातन धर्म है क़ि इन को पाप कर्म करने
से रोकें अन्यथा दोनों क़ि ही बड़ी हानि होती है |
यह दोनों ही देश के दुश्मन कहलाते हैं |||||
राजा अपनी प्रजा के द्वारा किये पापों को भोगता है |
उसका फर्ज है की पाप कर्म को बड़ने ना दे ||
इसी तरहा राजाके पाप को पुरोहित भोगता है |
पति अपनी पत्नी के द्वारा किये पापको और गुरु अपने
शिष्य के द्वारा किये पाप कर्म को भोगता है ||
इन सभी का सनातन धर्म है क़ि इन को पाप कर्म करने
से रोकें अन्यथा दोनों क़ि ही बड़ी हानि होती है |
यह दोनों ही देश के दुश्मन कहलाते हैं |||||
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